
अंतस से संवाद करें। पीड़ा का अनुवाद करें। थोड़ा समय निकालें हम मीत पुराने याद करें। त्यागें अब रोना – धोना गीतों का अनुनाद करें। प्रकृति हमें समझाती है तनिक […]

अंतस से संवाद करें। पीड़ा का अनुवाद करें। थोड़ा समय निकालें हम मीत पुराने याद करें। त्यागें अब रोना – धोना गीतों का अनुनाद करें। प्रकृति हमें समझाती है तनिक […]

आज बन्दर और बन्दरिया के विवाह की वर्षगांठ थी।बन्दरिया बड़ी खुश थी।एक नजर उसने अपने परिवार पर डाली।तीन प्यारे – प्यारे बच्चे,नाज उठाने वाला साथी,हर सुख-दु:ख में साथ देने […]

तटस्थता और सूक्ष्मता से भारत का अवलोकन करनेवाले किसी भी निष्पक्ष व्यक्ति को दो परस्पर विरोधी विशेषताएँ अवश्य दिखाई देंगी :अनेकरूपता के साथ-साथ एकता । यहाँ की अंतहीन विविधता आश्चर्यजनक, […]

“जो सत्य है, उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो। उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इस ओर ध्यान मत दो। दुर्बलता को कभी प्रश्रय मत दो।’ जो […]

काव्य का उत्स अंतर की गहराइयों में है और कहा भी जाता है कि कला का जन्म अंतश्चेतना से होता है । काव्य अध्ययन की पूर्णता की दिशा में व्यक्तित्व […]

लेखक जेवियर मोरो की 2008 में आई मूल स्पैनिश भाषा में ‘अल सारी रोजो’ नाम से आई किताब सोनिया गांधी की आत्मकथा के तौर पर प्रचारित की गई है। हालांकि […]

एक तरफ़ मुस्लिम जाट लड़का दूसरी ओर हिन्दू जाट लड़की। दोनों में प्यार हुआ। कैसे? कब? कहाँ मिले? जरूरी नहीं बताना। लड़की के परिवार वाले लड़की को मारना चाहते हैं। […]

यूँ लब थरथराने लगे तुम जो मेरे नजदीक आए महकती खुशबू जो महका गई तुम जो मेरे नजदीक आए नजरें ढूंढती रही हर दम तुम्हे तुम जो मेरे नजदीक आए […]

अनुक्रमणिका संपादकीय डॉ. आलोक रंजन पांडेय बातों – बातों में प्रो. रत्नाकर नराले से डॉ. दीपक पांडेय जी की बातचीत शोधार्थी साहित्य में व्यंजित लोक-संस्कृति की महत्ता – डॉ. कुलभूषण […]

संस्कृत ,हिन्दी,मराठी ,तमिल ,पंजाबी ,अंग्रेजी आदि अनेक भाषाओं पर समानाधिकार रखने वाले रत्नाकर नराले जी का जन्म महाराष्ट्र राज्य के नागपुर शहर में हुआ था । आई.आई.टी.खड़कपुर से अपनी इंजीनियरिंग […]