
पापा को ऑफिस की जल्दी
माँ तुम भी तो जाती छोड़
दादी नानी कोई न संग में
बोलो मुझे संभाले कौन
मैं डरता हूँ माँ सपनों में
तुमको नहीं बताता हूँ
जब तुम मुझको छोड़ के जाती
मन ही मन घबराता हूँ
छुप छुप कर माँ मैं रोता हूँ
खाना भी न खाता हूँ
आया कहती मुझको सो जा
पर मैं सो न पाता हूँ
याद तुम्हारी बहुत सताती
पर माँ तुम न आती हो
मैं तो तेरा प्यारा बेटा
छोड़ क्यों ऑफिस जाती हो
मैं रूठा हूँ मम्मा तुमसे
अब तो मुझे मना लो ना
तेरा राजा बेटा रोता
आकर उसे संभालो ना ।
सुषमा सिंह