
गरीबों में ईश्वर जिसने खोजा है असल में वहीं करतार रहता है योजनाओं का लाभ मिले उन्हें जो असल में हकदार रहता है मेरे शहर में डेंगू ने पैर पसारे […]
गरीबों में ईश्वर जिसने खोजा है असल में वहीं करतार रहता है योजनाओं का लाभ मिले उन्हें जो असल में हकदार रहता है मेरे शहर में डेंगू ने पैर पसारे […]
पिता पिता दफ्तर से घर बच्चों का इन्तजार है गुस्सा में छुपा प्यार है हर जरुरत की पूर्ति है संयम की मूर्ति है निस्वार्थ उपकार है हमारा संस्कार है हमारी […]
घर की बालकनी की खिड़की खोली बाहर का दृश्य देख मुंह से निकल पड़ा – देखो चीकू के पापा कितना मनोरम दृश्य है । रोज की तरह रजाई ताने बिस्तर […]
इससे पूर्व प्रकाशित भारतीय लोक और स्त्रीमन की 5 श्रृंखलाओं में भोजपुरी के लोकगीत, खड़ी बोली के लोकगीत, राजस्थानी लोकगीत, हरियाणी लोकगीत व पंजाबी लोकगीत की बेहद्दी में मैंने जहां […]
सरकार ने समाज में दो तरह के विद्यालयों की व्यवस्था कर रखी है। सरकारी प्राथमिक विद्यालय अत्यन्त गरीब बच्चों के विद्यालय है, जहाँ सब कुछ निःशुल्क प्राप्त होता है। वहीं […]
भारत गाँवों का देश है,यहाँ 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग गाँवों में रहते है,और 60 प्रतिशत से ज्यादा लोगों का जीवन कृषि पर निर्भर है,लेकिन फिर भी क्यों गाँव और […]
अस्मिता का अर्थ है- पहचान तथा भाषाई अस्मिता से तात्पर्य है- भाषा बोलने वालों की अपनी पहचान। ‘अस्मिता’ शब्द के संदर्भ में डॉ. नामवर सिंह ने कहा है कि- “हिंदी […]
यूरोपीय देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका से इतर लैटिन अमेरिका के बुद्धिजीवियों काप्राच्य देशों, उनकी सभ्यताओं तथा संस्कृतिओं को समझने का प्रयास उन्नीसवीं शताब्दी के अन्त में आधुनिकतावाद के आगमन […]
डॉ. अमरीश सिन्हा द्वारा लिखित “बीमा सुरक्षा और सामाजिक सरोकार” पुस्तक के लिए उन्हें १४ सितंबर-२०१७ को हिंदी दिवस के अवसर पर भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के […]
इन दिनों चित्तौड़ की महारानी पद्मिनी की जीवन-गाथा भारतीय जनमानस को झकझोर रही है । संजय लीला भंसाली बम्बईया फिल्मों के मझे हुए डायरेक्टर हैं जो अक्सर ऐतिहासिक किरदारों में […]