
दोनों ने पुराने किले के खंडहर की ओर कदम मोड़ लिए। भागते हुए एक चोर बोला,‘‘मैं कहता हूं एक बार सोच लो, क्या उसी ओर दौड़ना है। वहां तो पहले […]

दोनों ने पुराने किले के खंडहर की ओर कदम मोड़ लिए। भागते हुए एक चोर बोला,‘‘मैं कहता हूं एक बार सोच लो, क्या उसी ओर दौड़ना है। वहां तो पहले […]

नई स्कूटी लेकर आया राजू भालू, उसका दोस्त चिम्पू बंदर है बहुत चालू। मीठी बातों से राजू को बहकाता, रोज उसकी स्कूटी मजे से चलाता।। एक दिन चिम्पू का चौराहे […]

प्रिय तुम हो कहाँ गगन कहाँ धरा पर ही वो मनोहर सौंदर्य खोजता हूँ । चुभन कहाँ मधुकलश लिये भावों का मैं घूमता हूँ । सखा तुम हो कहाँ ? […]

आओ क्षण भर बैठो देखो तो सही वक्त नहीं बदला हां पर तुम बदल गये हो अब न कोई प्रणय और न ही कोई विस्तार प्रेम का दुःख का स्नेह […]

हारना वैसे तो हारना एक दुःखदायी क्रिया है लेकिन कभी-कभी यह सुखदायी भी हो जाता है। जैसे हम हार जाते हैं किसी छोटे से बच्चे से खेल में और खुश […]

पूछा…… क्यों……. नहीं ? अम्मा………..अम्मा………अम्मा जाऊँ ? अम्मा……….मॉं………….. माई जाऊँ ? देख मैं अकेला तेरे खाने का कर रही हूँ तैयारी ठंडी होने से पहले बिन बुलावे से आना मेरा […]

रोज़ आदमी आदमी नहीं होता कभी कभी आदमी में एक अलग किस्म का आदमी होता है जो बिल्कुल भिन्न अवसरवादी सा होता है जो अलग बिल्कुल सपाट नया चेहरा लिए […]

खेल सांत्वना का मृतक परिवार से मिलते हो ऐसे जैसे कुछ हुआ ही नहीं उनके जीवन में सांत्वना के पुल भी तुम बाँधते हो बच्चों के लिखाई -पढाई का सारा […]

दुनिया चे ऐसी कोई शह नी जट्टीये। जेड़ी तेरे कदमां चे धरी जाणी नी।। वो लड़की कब से दीप को फोन किए जा रही थी मगर सामने से यह कॉलर […]

भूख के साये में दुनिया के सांसारिक सत्यों में एक और अटल सत्य जुड़ना चाहिए जिसके बिना, इन सब सच्चाईयों का कोई औचित्य नहीं भूख भी सच का रूप है […]