
जब हमारे समाज में होते हैं अपराध कई तरह के जिसके लिए होते हैं कई तरह के प्रदर्शन भी कैंडल मार्च धरना प्रदर्शन या अन्य कोई जहां लोग लगाते हैं […]
जब हमारे समाज में होते हैं अपराध कई तरह के जिसके लिए होते हैं कई तरह के प्रदर्शन भी कैंडल मार्च धरना प्रदर्शन या अन्य कोई जहां लोग लगाते हैं […]
झील-सी नीली आंखें तो बहुत देखी जा चुकी देखने की जरूरत है, उन गहरी काली अंधेरे से भरी झुर्रियों से घिरी आंखों को जो दिखाती हैं, उनके संपूर्ण जीवन की […]
जन्म लिया जिस दिन उसने सबने कहा धन पराया उसे आ गई बोझ पिता पर कहकर दुनिया ने दुत्तकारा सीखो अदब, जाना है तुम्हें दुसरे घर बचपन में ही सिखलाया […]
(1) झंझावातों से विद्रोही बनकर लड़ना सीखो, अपने देश के लिए भक्ति तुम करना सीखो | छोटी-छोटी बातों पर मत लड़ना सीखो, छोटी-छोटी भूलों से तुम कुछ करना सीखो | […]
दिल्ली विश्वविद्यालय कॉलेज कैंपस में फॉर्म भरने और नामांकन की भागमभाग हलचल थी और अधिति पूर्व दिशा में पेड़ की छांव तले एकांत में बैठी मन की गुत्थियां सुलझाने में […]
These are feelings of Soldiers जो लौट के घर न आए….. तिरंगे में लिपट कर ,जाते-जाते बहुत सारी अनकही बातें कह गए…. (1) सैनिक की चाहत “चाहत तो बहुत […]
1. सुनो नकाबपोश चारों तरफ दिख रहे हैं दुनिया में नकाब लगाए लोग आपसे मिलने, बतियाने से हाथ मिलाने से घबराते हुए जल्दी से किनारे से निकलकर मुँह छिपा कर […]
1. घर जलता रहा और वे ज़िद पर अड़े रहे, संभाल ना सके चार मित्र भी, और वे अनजान भीड़ में पड़े रहे, बड़ा गुमान था हमें इस बात का […]
किया जिसने तुझसे किनारा बहुत है मोहब्बत यक़ीनन वो करता बहुत है हँसी में उड़ा कर ज़माने की बातें तेरा नाम लिख कर मिटाया बहुत है चलो चंद जुगनू ही […]
सात साल …? क्या मैंने सात साल बिता दिए…उफ़ …बड़ी बेवकूफ हूँ मैं …बेवकूफ ही नहीं पागल भी हूँ| दुनियां की सबसे बड़ी पागल| सही कहती हैं मेरी फ्रेंड्स…हूँ भी […]