
तू सबला है तेरे आँचल से अमृत पीकर संसार पनपता खिलता है प्रेम त्याग उपनाम हैं तेरे गंगा सी शीतलता है कर पन्ना धाय को कोटि नमन अपनी शक्ति पहचान […]

तू सबला है तेरे आँचल से अमृत पीकर संसार पनपता खिलता है प्रेम त्याग उपनाम हैं तेरे गंगा सी शीतलता है कर पन्ना धाय को कोटि नमन अपनी शक्ति पहचान […]

देश का भगवान ? मैं और मेरा किसान देश का भगवान ? जी हाँ ! सुनकर – मुझे भी , लगा ऐसे ! आपको अब, लगा है जैसे । […]

बाप तो उसे उसकी माँ की गोद में ही छोड़कर जाने किस जादूगरनी के साथ कहीं लापता हो गया था। एक माँ का ही सहारा था, वह भी परसों ही […]

अमीना – उम्र 50-55 साल ( पुराना घाघरा और सिर पर पुरानी सा चिथड़ा {कपड़ा}) हामिद – उम्र 5 साल ( छोटी सी निकर और शर्ट जिसका बटन टुटा हुआ) गाँव के चार-छह बच्चे […]

सुबह के दस बजते-बजते वह तीनों पार्क में पहुँच गए। कोहरा काफी छट चुका था, क्योंकि सूर्य अपनी पूरी प्रभा के साथ पूर्व दिशा से आगे बढ़ रहा था, किंतु […]

आज बहुत दिनों बाद तुमसे मेरी नज़रें मिलीं, पिछली बार का याद नहीं एक लंबा अरसा गुज़र गया है! चलते-चलते अचानक ठिठक गया मेरे क़दम मेरा साथ नहीं दे रहे […]

ग़ज़ल 1 – ‘दिल को सदा दे गया कोई’ चुपके से मेरे दिल को सदा दे गया कोई। नज़रों से ही पयामे वफ़ा दे गया कोई।। मुरझा गया था दिल […]

नाश्ते के अंतिम निवाले को मुँह में निगलते हुए अश्वनी ने बैग उठाया और जल्दी से घर से बाहर की राह ली और भीड़-भाड़ वाली गलियों से होता हुआ मैट्रो स्टेशन की […]

प्रेम नादान प्रेमी-प्रेमिका ने खा ली कसमें एक साथ जीने मरने की रिश्ते नाते सब भूल गए खो गए दोनों एक दूजे में एक दूसरे के खुशी की खातिर जाति […]

एक कटोरा भरकर… एक कटोरा भरकर वो लाती है अपनी ज़िंदगी की मुस्कान ममता के आँचल से निचोड़कर इधर-उधर बूँदो को छलकाये बिना समेटकर, संजोकर दूसरों की नजरों से दूर […]