
बिहार पर्यटन प्राचीन सभ्यता, धर्म, इतिहास और संस्कृति का अनुठा मेल है, जो भारत की पहचान है। यह राज्य भारत के कुछ महान सम्राज्यों जैसे मौर्य, गुप्त और पलस के […]

बिहार पर्यटन प्राचीन सभ्यता, धर्म, इतिहास और संस्कृति का अनुठा मेल है, जो भारत की पहचान है। यह राज्य भारत के कुछ महान सम्राज्यों जैसे मौर्य, गुप्त और पलस के […]

समस्त सृष्टि की जिज्ञासा-जनित अनुभूतियों की तथ्यपरक और आदर्शोन्मुख – यथार्थ की अभिव्यक्ति जनसंचार की अनिर्वायता है। समकालीन सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं मानवीय गतिविधियों एवं विचारधाराओं को प्रतिबिम्बित और […]

इंटरनेट का एक हिस्सा हमारी ज़िन्दगी का बहुत बड़ा हिस्सा बन चुका है या बनता जा रहा है। इस हिस्से को सोशल साइट्स के नाम से जाना जाता है। फ़ेसबुक, […]

भारत की अवधारणा एक ऐसे राष्ट्र की अवधारणा हैं जिसके लिए संघर्ष को निर्माण का आधार रूप में कभी स्वीकार नहीं किया गया. यहाँ आदि काल से ही चिंतन को […]

सोनू निगम ने १६ अप्रैल को तीन ट्विट किये जिनमें एक धर्म विशेष की प्रार्थना पद्धति पर सवाल था और सवाल भी समस्या की मुद्रा में था| ऐसा सवाल जो […]

संस्कृति शब्द का सम्बन्ध संस्कार से है जिसका अर्थ है संशोधन करना, उत्तम बनाना, परिष्कार करना। संस्कार व्यक्ति के भी होते है, जाति के भी। जातीय संस्कारों को ही संस्कृति […]

हिंदी साहित्याकाश में जाज्वल्यमान नक्षत्र के रूप में स्थापित भारतेंदु हरिश्चंद्र ने अपनी रचनाधर्मिता के प्रकाश से हिंदी साहित्य के आधुनिक काल को आलोकित कर दिया था। भारतेंदु पूर्व कविता […]

भिखारी ठाकुर रचित ‘बिदेसिया’ भोजपुरी बोली में लिखा गया लोकप्रिय गीति-नाट्य है। इस कृति की लोकप्रियता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके प्रदर्शन के बाद […]

सभ्यता के आरंभ से ही आम जनजीवन में स्वर्ण सबसे मूल्यांकन धातू माना गया है। अतएव किसी भी उपलब्धि अथवा उपयोगिता का मूल्यांकन जब सोने को मापदंड मानकर किया जाता […]

भारतीय सामाजिक इतिहास में भीमराव अंबेडकर का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं । अपने जीवन – संघर्ष से उन्होंने न केवल अपने जीवन को सार्थक एवं मूल्यवान बना लिया […]