
अरूण कमल समकालीन हिंदी कविता के एक सशक्त हस्ताक्षर है | हिंदी कविता में जिन रचनाकारों ने समकालीन रचनाशीलता को एक कोटि के तौर पर स्थापित किया, अरूण कमल उनमें […]

अरूण कमल समकालीन हिंदी कविता के एक सशक्त हस्ताक्षर है | हिंदी कविता में जिन रचनाकारों ने समकालीन रचनाशीलता को एक कोटि के तौर पर स्थापित किया, अरूण कमल उनमें […]

समकालीन समाज में विज्ञापन की दुनिया ने स्त्री की एक नयी तस्वीर बनाई है, जिसमें नारी को एक ओर सशक्तीकरण की ताकत भी मिली है तो साथ ही उसे उपकरण […]

हिंदी भक्ति-साहित्य के अध्ययन क्षेत्र में परशुराम चतुर्वेदी की साहित्य साधना बहुत ही अनुकरणीय एवं श्लाघ्य है। वे साहित्य के क्षेत्र में एक रत्न के समान हैं, जिसके आलोक में […]

प्रारूप भारत एक बहुसांस्कृतिक, बहुधार्मिक देश है और भारतीय संस्कृति के निर्माण में जहाँ सामाजिक, राजनीतिक आन्दोलनों का महत्त्व रहा है वहीं भक्ति आन्दोलन की भूमिका भी अपना महत्वपूर्ण […]

जर्मन दार्शनिकों, कवियों, साहित्यकारों, कलाकारों और धार्मिक लोगों के लिए इटली (विशेष रूप से इटली का दक्षिणी हिस्सा) हमेशा से एक महत्वपूर्ण देश रहा है। सदियों से जर्मन विद्वान इस […]

वस्तुतः मानवाधिकर वे अधिकार हैं जो प्रत्येक मानव को मानव होने के नाते सामाजिक वातावरण में रहते हुए जीवन में विकास एवं उत्कर्ष के लिए प्राप्त होते हैं। मानव अधिकारों […]

सारांश आधुनिक हिंदी साहित्य के लेखकों में मुंशी प्रेमचंद जी अग्रणी माने जाते हैं। मुंशी प्रेमचंद जी उर्दू साहित्य में भी उतने ही प्रसिद्ध हैं जितने की हिंदी साहित्य में […]

बीसवीं सदी के मध्य से ही अँग्रेजी की साहित्यिक दुनिया में आधी आबादी के प्रश्नों को गंभीरता से जगह मिलने लगी। यह वह दौर था जब ‘उग्रवादी नारीवाद’ का तेजी […]

कहानी अपने विकसित रूप में 55 के आसपास दिखती है उस वक्त देश राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से ढेर सारी चुनौतियों गुजर रहा था। आज़ादी के बाद देश की […]

परिवार मानव समाज की सर्वाधिक प्राचीन छोटी किंतु सुसंगठित संस्था है। पति – पत्नी और उनकी संतान इसके निर्मायक होते हैं । वैश्विक सभ्यता और संस्कृति के विकास से प्रभावित […]