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‘… हर चीज मुझे तुम तक ले जाती है मनो हर मौजूद चीज खूशबू, रोशनी, धातुएं स्बकी सब नन्हीं किश्तियाँ हों जे मुझे ले जाती हों तुम तक’ – पाब्लो […]
‘… हर चीज मुझे तुम तक ले जाती है मनो हर मौजूद चीज खूशबू, रोशनी, धातुएं स्बकी सब नन्हीं किश्तियाँ हों जे मुझे ले जाती हों तुम तक’ – पाब्लो […]
कहावतें मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन के अनुभव तथा ज्ञान का समुच्चय होती हैं। मानव अनादिकाल से जो कुछ भी देखता-सुनता तथा अनुभव करता रहा है, उसे ही उसने सूत्रबद्ध शैली […]