
भारत गाँवों का देश है,यहाँ 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग गाँवों में रहते है,और 60 प्रतिशत से ज्यादा लोगों का जीवन कृषि पर निर्भर है,लेकिन फिर भी क्यों गाँव और […]
भारत गाँवों का देश है,यहाँ 70 प्रतिशत से ज्यादा लोग गाँवों में रहते है,और 60 प्रतिशत से ज्यादा लोगों का जीवन कृषि पर निर्भर है,लेकिन फिर भी क्यों गाँव और […]
अस्मिता का अर्थ है- पहचान तथा भाषाई अस्मिता से तात्पर्य है- भाषा बोलने वालों की अपनी पहचान। ‘अस्मिता’ शब्द के संदर्भ में डॉ. नामवर सिंह ने कहा है कि- “हिंदी […]
यूरोपीय देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका से इतर लैटिन अमेरिका के बुद्धिजीवियों काप्राच्य देशों, उनकी सभ्यताओं तथा संस्कृतिओं को समझने का प्रयास उन्नीसवीं शताब्दी के अन्त में आधुनिकतावाद के आगमन […]
डॉ. अमरीश सिन्हा द्वारा लिखित “बीमा सुरक्षा और सामाजिक सरोकार” पुस्तक के लिए उन्हें १४ सितंबर-२०१७ को हिंदी दिवस के अवसर पर भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के […]
इन दिनों चित्तौड़ की महारानी पद्मिनी की जीवन-गाथा भारतीय जनमानस को झकझोर रही है । संजय लीला भंसाली बम्बईया फिल्मों के मझे हुए डायरेक्टर हैं जो अक्सर ऐतिहासिक किरदारों में […]
प्रदूषण हर तरह का हानिकारक होता ही है उसी के परिणामस्वरूप हमें और कई गम्भीर परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं । वर्तमान में तेजी से बदलते हमारे देश भारत में […]