बाल मन पर संस्कार हो

नैतिक शिक्षा और मानवीयता के

बाल मन पर संस्कार हो

सच्चाई और ईमानदारी के साथ

अपना कर्तव्य पूरा करने के

 

बाल मन पर संस्कार हो

देशभक्ति और शूर-वीरों की

धैर्यता एवं बहादुरी के

बाल मन पर संस्कार हो

देश की गौरवशाली विरासत को

संजोकर रखने के

 

बाल मन पर संस्कार हो

‘भारतीय संविधान’ को अपनाकर

समता, स्वतंत्रता, बंधुता को समझकर

सामानता को प्रस्थापित करने के

 

बाल मन पर संस्कार हो

चुनौतियों का सामना करते हुए

साहस के साथ आगे बढ़ाने के

बाल मन पर संस्कार हो

आपसी मतभेद को मिटाकर

एकता और भाईचारा लाने के

 

बाल मन पर संस्कार हो

प्रेम के सदभाव से

ज्ञान -विज्ञान की रोशनी फैलाकर

प्रकृति की रक्षा तथा संवर्धनकर

‘भारत’ की भूमि को

सुजलाम- सुफलाम बनाने के

 

बाल मन पर संस्कार हो

नवजीवन को आत्मविश्वास,

उत्साह और आनंद के साथ

खुलकर जीने के…

 

 

डॉ. जया सुभाष बागुल
(महाराष्ट्र) भारत